भारतीय विवाह परंपराओं में सबसे ज़्यादा चर्चा में रहने वाला विषय है मांगलिक दोष। शादी से पहले अक्सर यह देखा जाता है कि लड़का या लड़की मांगलिक है या नहीं। समाज में इसको लेकर कई तरह की भ्रांतियां और डर बने हुए हैं, लेकिन वास्तव में मांगलिक होना कोई दोष नहीं, बल्कि एक विशेष ऊर्जा का प्रतीक है।
यदि आप मांगलिक हैं, तो इसका मतलब है कि आपके अंदर असाधारण ऊर्जा (High Energy) मौजूद है। ऐसे व्यक्ति:
बहुत एनर्जेटिक होते हैं।
आत्मविश्वास से भरे होते हैं।
स्वभाव से थोड़ा अग्रेसिव रह सकते हैं।
जीवन में तेजी से ग्रोथ करते हैं।
दिल से बेहद साफ और ईमानदार होते हैं।
ऐसे लोग आराम और बेड कंफर्ट को भी महत्व देते हैं और अपनी मेहनत के दम पर जीवन में बड़ी उपलब्धियां हासिल करते हैं।
नॉन-मांगलिक व्यक्ति अक्सर थोड़ा धीमा और लापरवाह स्वभाव का हो सकता है।
ऐसे लोग काम को टालने की आदत रखते हैं।
लेथार्जी (आलस्य) उनके स्वभाव का हिस्सा बन सकता है।
"अभी नहीं, बाद में कर लेंगे" वाली सोच इन पर हावी रहती है।
हालांकि, इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं कि नॉन-मांगलिक लोग जीवन में सफल नहीं होते, बस उनकी कार्यशैली और सोच थोड़ी अलग होती है।
सबसे बड़ी भ्रांति यह है कि मांगलिक की शादी सिर्फ मांगलिक से ही हो सकती है। जबकि सच्चाई यह है कि:
मांगलिक और नॉन-मांगलिक की शादी में कोई दोष नहीं है।
सही ज्योतिषीय विश्लेषण (Astrological Analysis) और उचित उपाय (Remedies) से ऐसी शादियां पूरी तरह सफल और सुखमय हो सकती हैं।
मांगलिक होना किसी दोष का नहीं बल्कि एक गुण और विशेषता का प्रतीक है। यह व्यक्ति को ऊर्जावान, आत्मविश्वासी और प्रगति की ओर अग्रसर बनाता है। इसलिए शादी के समय डरने की बजाय सही मार्गदर्शन लेना चाहिए और अपनी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग करना चाहिए।